Sunday, April 10, 2011

थैंक यू चुलबुल पांडेय

थैंक यू चुलबुल पांडेय

पोस्टेड ओन: April,4 2011 जनरल डब्बा में
चुलबुल पांडेय देश के सबसे बड़े नेता बन गये हैं। उनपर नोटों की बारिश हो रही है। उन्होंने जो वादा किया उसे निभाया। सपने को स्वर्ग से लाकर अठाइस साल बाद जमीन पर पटक दिया। ए देश के सवा करोड़ लोगों लो बांट लो आपस में यह विश्व कप तुम्हारा है। मैंने बांग्लादेश में ही एलान कर दिया था। तब तुम लोग मुझे मामूली चिटपुटिया समझ रहे थे लेकिन अब समझ में आया न मैं ग्रेट गैम्बलर हूं। जी हां, यहांं आपका परिचय मैं दोबारा चुलबुल पांडेय से करा रहा हूं। श्री पांडेय राष्ट्रीय रिक्शा संघ के अध्यक्ष हैं। यह वहीं पांडेय जी हैं जिनके रिक्शा पर मुन्नी सुपरहिट बदनाम हुई थी। अपने माही इन्हीं के रिक्शा पर बांगलादेश में विश्व कप के उद्घाटन मौके पर हाथ हिलाते पहुंचते थे और उसी समय पांडेय जी ने माही से कह दिया था कि साहब, वैसे तो आपके क्रिकेट में सबकुछ आजकल उल्टा ही चल रहा है। राहु, केतू की छाया आपके क्रिकेट पर मंडरा रहा है लेकिन मैं आपके और सचिन बाबा के लिये विश्व कप इसी रिक्शे पर लाद कर लाऊंगा। उन्होंने शिव सैनिकों से भी अपने मांद से नहीं निकलने की नसीहत दे दी थी। सो उन्होंने वादा निभाया, ला दिया कप। मेरे साथ चुलबुल जी फोन लाइन से जुड़ गये हैं। पांडेय जी एक सवाल आपसे। आपने गुप्त कोड से उसी दिन मैसेज किया था कि आप कप इंडिया लाने वाले हो। फिर आपने दोबारा गुप्त कोड से यह भी बताया था कि कैसे रहमान मलिक साहेब के अतिरिक्त रन से इंडिया सेमीफाइनल में पाक को धोने वाली है। मैच फिक्सड है। यह बात आपने सेमीफाइनल से दो दिन पूर्व हीे बताया और मैच के बाद आफरीदी ने भी माना। पाक कप्तान ने रहमानी जी को आड़े हाथ भी लिया। आप इतने आत्मविश्वास से ये सब कैसे कह रहे थे और बाद में आपने वादा को निभाया भी। पाक मैच हार गया, टीम इंडिया का कप पर कब्जा भी हो गया। ये सब, ये चमत्कार कैसे? जबकि हमारे एक साथी ने मुझे प्रतिक्रिया देते कहा था कि भारत व पाक पहले ही दौर में बाहर हो जायेगा। यानी क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं सरक पायेंगे दोनों। लेकिन आप लगातार हमारे साथ बने हुये थे गुप्त कोड से सारी जानकारी दे रहे थे कि कप भारत का ही होगा। देखिये मि.मनोरंजन, आपके ब्लाग का नाम ही है सच मानो तो। अब जिसने सच माना वो पहले ही जानकर निश्चित था कि कप हमारा ही होगा। जो सच नहीं माना अब मान लेगा। फिर से पढ़ेगा आपका दोनों ब्लाग कि कैसे आपने दुनिया को जता, बता दिया था कि चुलबुल पांडेय लायेगा कप और पाक के साथ भारत का मैच तो फिक्सड है। वैसे मेरा नाम चुलबुल पांडेय है। एक बार मैंने कमिटमेंट कर दी तो मैं अपने आप की भी सुनता। जिस तरह मनुष्य पुराने वस्त्रों को त्यागकर नये वस्त्रों को धारण करता है उसी तरह उगता हुआ सूरज और भागता हुआ चुलबुल पांडेय कभी किसी के हाथ नहीं आता। जब मैंने बांग्लादेश में कप को चूमा, उसी समय तय कर दिया था कप का भविष्य। इधर, देश का नेता कैसा हो चुलबुल पांडेय जैसा हो के नारे हर जगह लग रहे हैं। लोग खुशी से झूम रहे हैं। पांडेय जी को फोन लगाकर मैंने भी सोचा बधाई दे दूं लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे हैं। उनके प्राइवेट सेक्रेटरी चेलानंद ने एसएमएस से जानकारी दी है कि मन्नत पूरा होने की खुशी में चुलबुल पांडेयजी बाल मुड़वाने गये हैं। सैलून में भीड़ लगी है। चुलबुल पांडेय से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। रूकिये, ठहरिये। अभी-अभी चुलबुल पांडेय का फिर एक गुप्त कोड आया है शायद वो फिर कुछ खुलासा करने वाले हैं। आगे बताते रहेंगे हम तब त पढ़ते रहिये सच मानो तो और बने रहिये हमारे साथ लगातार। सिर्फ सच मानो तो पर।
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